वरुणाराधना

दिनांक 23/10/2021 शनिवार को वसुधा कल्याण आश्रम के द्वारा जल संरक्षण के संदर्भ में एक बहुआयामी परियोजना “वरुणाराधना” का शुभारंभ किया गया। इस परियोजना के अंतर्गत विश्वविद्यालय आवासीय परिसर में स्थित कल्याणेश्वर महादेव मंदिर के निकट के जलाशय को आश्रम के स्वयंसेवकों ने एक वृहद स्वच्छता अभियान चलाकर स्वच्छ करने का प्रयास किया। । इस कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय कुलपति महोदय श्री हनुमान प्रसाद पांडेय ने किया एवं अध्यक्षता आश्रम की गुरु माँ मनोरमा ने की। इस अभियान में आश्रम के सभी स्वयं सेवक सहित विश्वविद्यालय के गणमान्य प्राध्यापक गण भी उपस्थित रहे एवं इस स्वच्छता अभियान में सहयोग किया। आश्रम के ओर से मुख्य स्वयंसेवक कुलपति महोदय रहे।

varunaradhana
संस्थापक आचार्य पावन महाराज जी के कहा कि हम अपने नजदीकी जलाशयों को स्वच्छ एवं शुभ करके वरुण की आराधना करेंगे, ताकि जीवन रोग मुक्त होकर आरोग्य का उत्सव मना सके। उन्होंने कहा कि पूजा अनुष्ठानों से निकलने वाले अवशिष्टों का उचित निष्पादन कर हम जलाशयों को स्वच्छ एवं सुरक्षित कर सकते हैं। “वरुणाराधना” जल रूपी जीवन की आराधना है एवं हमें प्रसन्नता है कि समाज के प्रत्येक वर्ग से जुड़े लोग इसका हिस्सा बन रहे हैं। अन्य सदस्यों ने भी जल प्रदूषण एवं जल की बर्बादी को किस प्रकार रोका जाए इस विषय पर अपने विचार रखे एवं सामान्य मानवी को इस प्रयास से जुड़ने के लिए आमंत्रित किया। इस अवसर पर भोजपुरी के विभागाध्यक्ष डॉ जयकांत सिंह, डॉ अशौक अंशुमन, डॉ राजीव कुमार, डॉ पुष्पा कुमारी डॉ दिलीप कुमार, डॉ अर्धेन्दू मिश्र, मुहम्मद सनम, गुंजन राकेश एवं कई गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे।

वरुणाराधना का हुआ शुभारंभ

दिनांक 23/10/2021 शनिवार को वसुधा कल्याण आश्रम के द्वारा जल संरक्षण के संदर्भ में एक बहुआयामी परियोजना “वरुणाराधना” का शुभारंभ किया गया। इस परियोजना के अंतर्गत विश्वविद्यालय आवासीय परिसर में स्थित कल्याणेश्वर महादेव मंदिर के निकट के जलाशय को आश्रम के स्वयंसेवकों ने एक वृहद स्वच्छता अभियान चलाकर स्वच्छ करने का प्रयास किया।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय कुलपति महोदय श्री हनुमान प्रसाद पांडेय ने किया एवं अध्यक्षता आश्रम की गुरु माँ मनोरमा ने की। इस अभियान में आश्रम के सभी स्वयं सेवक सहित विश्वविद्यालय के गणमान्य प्राध्यापक गण भी उपस्थित रहे एवं इस स्वच्छता अभियान में सहयोग किया। आश्रम के ओर से मुख्य स्वयंसेवक कुलपति महोदय रहे। आश्रम के सभी सदस्यों ने उन्हें अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिंन्ह देकर सम्मानित किया। कुलपति महोदय ने वसुधा कल्याण आश्रम के कार्यों की प्रसंशा करते हुए जलाशय को आश्रम को गोद देने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने की बात कही एवं जलाशय की सुरक्षा हेतु दो सुरक्षा कर्मी नियुक्त करने हेतु आश्वासन दिया भी दिया है। संस्था के संस्थापक आचार्य पावन महाराज जी ने एक भावात्मक अपील करते हुए इस मुहिम में सामान्य मानवी को जुड़ने की अपील की। आश्रम के सदियों एवं प्राध्यापकों ने मिलकर जलाशय के पास एक पीपल का वृक्ष लगाकर उसकी रक्षा का संकल्प भी लिया। इस अवसर पर इतिहास विभागाध्यक्ष गजेंद्र वर्मा, वाणिज्य विभागाध्यक्ष प्रो परमानंद, विभागाध्यक्ष भूगोल विभाग राम प्रवेश, ओ. एस. डी. पंकज कुमार, आश्रम के बिहार प्रदेश अध्यक्ष ए. बी. शरण, डॉ प्रीति सिन्हा, वरिष्ठ संरक्षक शम्भूनाथ चौबे, मीडिया प्रभारी पंडित हरिशंकर पाठक, कोषाध्यक्ष राजकुमार, दिल्ली प्रदेश उपाध्यक्ष नवीन कुमार, तरुमित्र प्रज्ञा परिषद् युवा के अध्यक्ष गौरव रंजन, प्रदेश उपाध्यक्ष देवेश्वर कुमार, चित्रकार मुकेश सोना, युवा प्रदेश उपाध्यक्ष वरुण श्रीवास्तव, गुंजन राकेश, आई. टी. प्रमुख विशाल कुमार, राजीश कुमार, एवं अनेक गणमान्य सदस्य उपस्थित थे।

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